छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें। छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें।
किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा। किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा।
हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी
बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, खुद खामोश होकर सबको ह... बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, ख...
आँखे निस्तेज डरी हुई सी भय थिरकन से भरी हुई सी खतरा हर पल लगा हुआ सा गले में अटकी जान हूँ। आँखे निस्तेज डरी हुई सी भय थिरकन से भरी हुई सी खतरा हर पल लगा हुआ सा गले में ...
उन सारे अधूरे सवालों का ज़िक्र मेरे ख़्वाबों में कर जाया करती है... उन सारे अधूरे सवालों का ज़िक्र मेरे ख़्वाबों में कर जाया करती है...